स्त्री-पुरूषो के अंगो पर छिपकली गिरने और गिरगिट चढ़ने का फल stri aur puroosho ke ango par chipkali girne aur girgit chadhne ka fal in hindi on blogger on google
जाने स्त्री और पुरूष के अंगो पर छिपकली गिरने और गिरगिट चढ़ने का फल- ह्यरन्ध्र- राज्य प्राप्ति केशान्त- मृत्यु तुल्य कष्ट ललाट- स्थान लाभ केशबंध-रोगभय ठोड़ी- निधनभय दाहिना कान- भूषण प्राप्ति बायां कान- आयुवर्ध्दि नासिका(कान)- सौभाग्य लाभ मुख- मधुर भोजन नासाग्र- व्यसन विग्रह बायां गाल- इष्ट मित्र मिलन दाहिना गाल- आयुव्रद्धि गला- सुख प्राप्ति गर्दन- यस प्राप्ति दाढ़ी या हनु- भयकारक मूँछ- सम्मान प्राप्ति भृकुटी या भौह- धनहानि भौहमध्य- धनलाभ दाहिना नेत्र- बन्धु दर्शन बायां नेत्र- हानिकारक कण्ठ- शत्रुनाश पीठमध्य- कलह दाहिनी पीठ- रोगभय उत्तरोष्ठ- धनहानि अधरोष्ठ- प्रियमिलन दाहिना कंधा- विजय बायां कंधा-दुश्मनों से भय दाहिनी भुजा- धन एवम् इष्ट लाभ बायीं भुजा- धनक्षय एवम् राजभय दाहिनी हथेली- वस्त्र लाभ बायीं हथेली- धनहानि दायाँ करतल पृष्ट- द्रव्य का सदुपयोग बायां करतल पृष्ट- द्रव्य का दुरूपयोग दाहिना अंगूठा- अर्थ लाभ बायां अंगूठा- अर्थ हानि दाहिना मणिबन्ध- मानसिक चिन्ता बायां मणिबन्ध- धान्य लाभ नखों पर- द्रव्य लाभ दायाँ पार्श्व पंखुली- बन्धुदर्शन बायां पार्श्व
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