कभी-कभी या अक्सर आपने देखा होगा की न्यूट्रीएंस हमे अपने खाने में फाइटोन्यूट्रिएंस तत्व को शमिल करने के लिए कहतें हैं। आखिर ये फाइटोन्यूट्रिएंस है क्या आइये जानतें हैं इसके बारे में।
दरअसल यह एक ऐसा तत्व है। जो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा करने वाला तथा इसे बढ़ाने वाला तत्व है। यह इन सबके साथ ही हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म को भी तीव्र करता है और शरीर से विषैले तत्वों को दूर करता है। यह शरीर की डैमेज कोशिकाओं की भी मरम्मत करता है।
शोध बतातें हैं कि फाइटोन्यूट्रिएंस तत्व आनुवांशिक बीमारियों से काफी हद तक बचातें हैं।
ये फल-फूल या साबुत अनाज के ऊपरी हिस्से में पाये जाते हैं लेकिन अधिक तापमान, सूरज की तेज धूप या रौशनी और हवा के सम्पर्क में आने के बाद वनस्पतियों में मौजूद इन तत्वों का वाष्पीकरण हो जाता है।
इसके बाद जब इन खाद्य पदार्थों को प्रोसेस्ड किया जाता है। तो इस प्रकिया में उनके पोषक तत्वों की बची मात्रा भी नष्ट हो जाती है। इसलिए विशेषज्ञ किसी भी सब्जी या फल को ताजा ही खाने की सलाह देतें हैं। ताकि फाइटोन्यूट्रिएंस की कुछ मात्रा शरीर को भी प्राप्त हो जाये।
गहरे हरे और पीले रंग की सब्जियों और फलों जैसे-पालक,सरसों का साग,मेथी,पपीता,आम और अन्य हरी सब्जियों और फलों में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
इन्हें अपने भोजन में जरूर शामिल करें क्योकि इनमें मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंस शरीर को कई तरह की गंभीर बीमारियों से बचातें हैं।
इसी तरह से कुछ अनाज भी हैं। जो फाइटोन्यूट्रिएंस तत्व से भरपूर होतें हैं। लेकिन वही अनाज जो अन-प्रोसेस्ड हों।
ताजे फल और बिना पालिश वाले अनाजों का सेवन ही फायदेमंद होता है।
What is treatment of pain of neck ? गले में पीड़ा का इलाज ? Gle me dard ka ilaj kya hai in hindi on blogger on google
सर्दी,जुकाम,सूजन और अन्य कारणों से गले में पीड़ा होती है। यह दर्द सूई की चुभन या फटने जैसी होती है। इसके इलाज के नुश्खे निम्न हैं- नुश्खे-1-तेजपत्ते को पानी में उबालकर उससे गरा...
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें