कभी-कभी पाचन क्रिया ठीक न होने पर खट्टी दुर्गन्ध युक्त मतली आती है। इसका इलाज निम्न है-
नुश्खे-1-नारियल की जटा जलाकर इसकी भस्म बनायें और फिर एक चम्मच राख को शहद के साथ चांटे।
2-हरी दूब का रस एक चम्मच लेकर सममात्रा में चावल की धोवन या मिश्री के साथ पियें।
3-इलायची के छिलकों को जलाकर उसकी भस्म चाटने से भी लाभ होता है।
4-अदरख व प्याज का रस आधा-आधा मिलाकर पियें लाभ होगा।
5-अजवाइन और लौंग का चूर्ण 1-1 चुटकी लेकर शहद के साथ चाटें।
6-छोटी इलायची को भूनकर कपड़े से छानकर उसका चूर्ण बनायें फिर चुटकीभर चूर्ण आधा चम्मच नींबू के रस में मिलाकर खायें।
7-अदरख का रस एक चम्मच,नींबू का रस एक चम्मच और शहद एक चम्मच मिलाकर चाटें लाभ होगा।
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दोस्तों आज हम इंटरनेट रेडियो के बारे में जानेगें। इंटरनेट रेडियो (जिसे वेब रेडियो, नेट रेडियो, स्ट्रीमिंग रेडियो और ई-रेडियो के नाम से भी जाना जाता है) इंटरनेट के द्वारा प्रसारित एक ध्वनि सेवा है। इंटरनेट पर संगीत की स्ट्रीमिंग को सामान्यतः वेबकास्टिंग कहा जाता है क्योंकि इसे मोटे तौर पर बेतार की मदद से प्रसारित नहीं किया जाता है। इंटरनेट रेडियो में मीडिया की स्ट्रीमिंग होती है, सुनने वालों को अनवरत ध्वनि का प्रवाह मिलता है जिसे रोका या पुनः बजाया नहीं जा सकता है; ये इस तरह से मांग पर फाइल की प्रस्तुतीकरण की सेवा से भिन्न होता है। इंटरनेट रेडियो पॉडकास्टिंग से भी भिन्न है, जिसमे स्ट्रीमिंग के बजाय डाउनलोडिंग होती है। कई इंटरनेट रेडियो सेवाएं समरूपी पारंपरिक (स्थलीय) रेडियो स्टेशन रेडियो तंत्र से जुडी होती हैं। सिर्फ इंटरनेट रेडियो स्टेशन इस तरह के जुड़ावों से स्वतंत्र हैं। सामान्यतः इंटरनेट रेडियो सेवाएं दुनिया में किसी भी स्थान से सुगम हैं उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति ऑस्ट्रेलिया के स्टेशन को अमेरिका या यूरोप से सुन सकता हैं। कुछ प्रमुख नेटवर्क जैसे अमेरिका के क्लिअर चैनलऔरसीबीएस रेडि...
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