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पुष्ट स्तन कैसे प्राप्त करें ? apne suno ko pusht,ubhra huaa kaise bnaye in hindi on blogger on google

औरतों का सौंदर्य मुख्य रूप से उनके स्तनों पर निर्भर है।
औरतों के सौंदर्य का मुख्य आधार है पुष्ट और उन्नत उरोज,नारी का सौंदर्य,आकर्षण और मोहकता उसके सुडौल,स्वस्थ व उभरे हुए उरोजों में ही है।
लेकिन कुछ स्त्रियों में इनका अच्छा विकास संभव नहींह हो पाता है,यह एक बीमारी है। जिसे स्तन क्षय कहतें हैं। जिन लड़कियों को यह बीमारी होती है वे एक तरह की हीन भावना से ग्रसित हो जातीं हैं।
नुश्खे-1-जामुन की छाल,अनार के छिलके,मौलसिरी की छाल,छोटी माई,लोध,जौ-इन सभी को जल के साथ सिल पर पीसकर तिल्ली के तेल में पकायें। तेल सिद्ध हो जाने पर छान लें तथा बोतल या शीशी में रख लें। इस तेल से स्तनों की मालिश करने तथा रूई में भिगोकर पट्टी बांधने से स्तन पुष्ट होतें हैं।
2-स्तनों के चारों ओर गोलाई में जैतून के तेल से दिन में दो बार नहाने के पहले व रात में सोने से पहले दस मिनट तक मालिश कीजिये। इससे स्तन विकसित होतें हैं।
3-सौंफ,शतावरी और विदारी कंद को समान मात्रा में पीसकर कपड़छन चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को 2 से 5 ग्राम मात्रा में दही के साथ सेवन करें। इस चूर्ण का सेवन गर्भावस्था में करना ही उचित होगा। इसके सेवन से स्तनों के आकार में वर्द्धि होगी और प्रसूता के स्तनों में दूध की मात्रा बढ़ेगी।
4-गर्म शीत सेंक करने से भी उरोज पुष्ट होतें हैं। पहले 5 मिनट तक गर्म पानी में भीगा कपड़ा फिर 5 मिनट तक ठंडे पानी में भीगा कपड़ा उरोजों पर रखें।
5-प्रतिदिन 3 से 4 कली लहसुन खाने से स्तनों का ढीलापन दूर होता है और वे दृढ़ बनतें हैं।
6-अनार का छिलका पीसकर स्तनों पर लगातार सात दिन तक सोने से पहले लगाने से स्तनों का ढीलापन दूर होता है।
7-बरगद के पेड़ की लटकती डाली की टहनी तोड़कर उसे छाया में सुखा लें,इसे पानी के साथ पीसकर स्तनों पर लेप करने से लटकते हुए स्तन पुष्ट होतें हैं।
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