विधि-घुटनों के बल बैठ जाइये। पंजो को पीछे फैलाकर एक पैर के अंगूठे को दूसरे पैर के अंगूठे पर रख दीजिये। आपके घुटने पास-पास और एड़ियां अलग-अलग रहनी चाहिए। अपने नितम्बों को पंजो के बीच में रखिए। आपकी एड़ियां कूल्हों की तरफ रहेगीं। हथेलियों को घुटनों पर रखिए। इस स्थिति में सहज श्वास-प्रश्वास क्रिया का ध्यान कीजिए। यदि आँखे बंद करके अभ्यास किया जाये तो यह मन को शांति प्रदान करता है।
समय-जितना संभव हो,उतने समय तक वज्रासन का अभ्यास कीजिए। भोजन के पश्चात खासतौर से कम से कम पाँच मिनट ले लिए इसका अभ्यास पाचन क्रिया को तेज करता है।
लाभ-इस आसन को करने से पैरों की मासपेशियाँ मजबूत बनतीं है और मानसिक शांति मिलती हैं।
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